साल 2014 था, जब मैं होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी कर निकला था। हौसलों से भरा हुआ, मैंने अपने करियर की शुरुआत एक हॉस्पिटैलिटी ट्रेनी के रूप में ₹12,000 के वेतन पर की। यह शुरुआत zwar (जर्मन में – हालांकि) आसान नहीं थी, मगर सीखने का एक बेहतरीन दौर था।
- वर्ष 2014 (हॉस्पिटैलिटी ट्रेनी): एक ट्रेनी के तौर पर मैंने होटल के अलग-अलग विभागों, जैसे कि फ्रंट ऑफिस, हाउसकीपिंग और रेस्टोरेंट में काम किया। इस दौरान मैंने मेहमानों को चेक-इन और चेक-आउट करने की प्रक्रिया सीखी, कमरों की साफ-सफाई का प्रबंधन करना सीखा, और रेस्टोरेंट में बेसिक सर्विस स्किल्स हासिल कीं।
- वर्ष 2015 (फ्रंट ऑफिस असिस्टेंट): एक साल की मेहनत के बाद मुझे फ्रंट ऑफिस असिस्टेंट के पद पर प्रमोशन मिल गया। मेरी जिम्मेदारियां बढ़ गईं। अब मैं रिजर्वेशन मैनेजमेंट, गेस्ट कम्युनिकेशन और पेमेंट प्रोसेसिंग का काम संभालने लगा। साथ ही, मेरा वेतन भी बढ़कर ₹15,000 हो गया।
- वर्ष 2016-2018 (फ्रंट ऑफिस सुपरवाइजर): लगातार सीखने और अच्छा प्रदर्शन करने की बदौलत मुझे फ्रंट ऑफिस सुपरवाइजर बना दिया गया। मेरी सैलरी भी ₹20,000 हो गई। अब मैं अपनी टीम को लीड करने और ट्रेनिंग देने लगा। साथ ही, होटल के रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए रणनीति बनाने में भी शामिल हुआ।
- वर्ष 2019 (असिस्टेंट फ्रंट ऑफिस मैनेजर): कड़ी मेहनत और लगन से साल 2019 में मुझे असिस्टेंट फ्रंट ऑफिस मैनेजर के पद पर पदोन्नति मिली। मेरी जिम्मेदारियां काफी बढ़ गईं। अब मैं पूरे फ्रंट ऑफिस ऑपरेशंस को सुपरवाइज करने लगा। साथ ही, गेस्ट रिक्वेस्ट्स और स्पेशल इवेंट्स को मैनेज करना भी मेरा काम हो गया। मेरा वेतन भी बढ़कर ₹25,000 हो गया।
- वर्ष 2020-2021 (कोविड-19 का प्रभाव): कोविड-19 महामारी ने पूरे हॉस्पिटैलिटी उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया। कई होटलों में कर्मचारियों की छंटनी हुई और वेतन में भी कटौती की गई। हालांकि, मेरी कंपनी ने हमें सपोर्ट किया और वेतन में बहुत कमी नहीं की गई। इस दौरान मैंने ऑनलाइन कोर्स करके अपनी स्किल्स को और निखारा।
- वर्ष 2022 (फ्रंट ऑफिस मैनेजर): कोविड के बाद धीरे-धीरे हालात सामान्य होने लगे और पर्यटन उद्योग में भी तेजी आई। मेरी मेहनत का फल मिला और मुझे फ्रंट ऑफिस मैनेजर बना दिया गया। अब मेरी जिम्मेदारी पूरे फ्रंट ऑफिस विभाग को मैनेज करने की है। मेरा वेतन भी बढ़कर ₹30,000 हो गया।
- वर्ष 2023-2024 (वर्तमान): आज मैं फ्रंट ऑफिस मैनेजर के रूप में काम कर रहा हूं। मेरा वेतन बढ़कर ₹35,000 हो गया है। मैं नई तकनीकों को सीखने और अपनी लीडरशिप स्किल्स को और मजबूत करने का प्रयास कर रहा हूं। साथ ही, भविष्य में होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा करने की भी सोच रहा हूं।
हॉस्पिटैलिटी उद्योग: फायदे और नुकसान (#HotelIndustry,#ProsandCons)
होटल उद्योग में काम करने के कई फायदे हैं। सबसे पहले, यह एक तेजी से बढ़ता हुआ उद्योग है, जो करियर के कई तरह के अवसर प्रदान करता है। आप चाहे तो किसी होटल के विभागीय ऑपरेशन्स में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं, या फिर मैनेजमेंट की तरफ जा सकते हैं। दूसरा फायदा है, लोगों से मिलना-जुलना। हर दिन नए लोगों से मिलना, उनकी संस्कृतियों को जानना और उनकी यात्रा को यादगार बनाने में मदद करना, ये सब बहुत संतुष्टि देने वाला होता है। साथ ही, कई होटल कर्मचारियों को आवास और भोजन की सुविधा भी देते हैं, जो वेतन के साथ मिलकर अच्छा पैकेज बन जाता है।
लेकिन, इस क्षेत्र में काम करने की अपनी चुनौतियां भी हैं। सबसे बड़ी चुनौती है, यहाँ काम करने के घंटे अनिश्चित होते हैं। आपको शनिवार, रविवार और छुट्टियों में भी काम करना पड़ सकता है। दूसरी चुनौती है, काम का तनाव। मेहमानों की मांगों को पूरा करना और किसी भी समस्या का तुरंत समाधान निकालना, ये सब चीजें मानसिक थकान पैदा कर सकती हैं। हालांकि, अगर आप मेहनती हैं, लोगों से मिलना-जुलना पसंद करते हैं, और जल्दी सीखने वाले हैं, तो होटल उद्योग आपके लिए बेहतरीन करियर विकल्प हो सकता है।
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